'हम बदलेंगे, युग बदलेगा, हम सुधरेंगे, युग सुधरेगा'
Wednesday, May 12, 2021
किसी को कुछ देने की इच्छा हो,तो आत्म विश्वास जगाने वाला प्रोत्शाहन सर्वोत्ताम उपहार है

मैं व्यक्ति नहीं विचार हूं

Saturday, May 8, 2021
PM @narendramodi begins interaction with NGOs in Varanasi on relief efforts carried out during COVID-19. First representative to share his views with the Prime Minister is Sh. Gangadhar Upadhyay from Gayatri Pariwar Rachnatmak Trust.


👉असफलताओं की लंबी रात्रि के बाद होता है सफलता का सूर्योदय
👉असफलताओं की लंबी रात्रि के बाद होता है सफलता का सूर्योदय
आज के तकनीकी युग में युवा वर्ग जीवन में सफलता की सीढ़ी चढ़ने के लिए लालायित है, लेकिन थोड़ा-सा परिश्रम या फिर कड़ी मेहनत के बावजूद नकारात्मक परिणाम उन्हें पूरी तरह से निराश कर देता है ।
यही वक्त मानव जीवन का अहम मोड़ होता है, क्योंकि ऐसे समय पर जो व्यक्ति हिम्मत हार कर असफलता को अपनी किस्मत मान लेता है, वे जिंदगी भर सिर्फ दूसरों की सफलता का दर्शक मात्र बन कर रह जाता हैं ।
मगर अपनी कमियों एवं खामियों को दूर कर सही दिशा में मेहनत करने का मार्ग चुनने और उस पर चलने वाले ही सफलता हासिल करते हैं ।
हालांकि ऐसे लोगों की सफलता की इबारत के पीछे कई बार मुंह की खाने (हार) वाली कहानी भी छिपी होती है, क्योंकि जीवन में मिलने वाली अनेक विफलताएं ही व्यक्ति की सफलता का आधार रखती हैं ।
बस शर्त इतनी है कि व्यक्ति अपनी विफलताओं से सबक ले और दोगुनी ऊर्जा के साथ निर्धारित लक्ष्य (Goal) की ओर बढ़े।
आज के युवा वर्ग को यह बात हमेशा अपने जेहन में रखनी चाहिए कि सफलता के आयाम स्थापित करने वाला व्यक्ति कोई भी हो, हम सब को केवल उसकी सफलता नजर आती है, मगर उसके पीछे का कड़ा परिश्रम, लक्ष्य पाने का जुनून और इच्छाओं का त्याग नहीं दिखाई देता ।
समाज में अनेक ऐसे उदाहरण (Successful People) है, जिन्हें आज का युवा वर्ग अपना आदर्श मानता है, मगर उनके सफल होने से पहले का संघर्षपूर्ण जीवन जानने तक की कोशिश नहीं की जाती । हां लोगों को नजर आती है, तो सिर्फ उनकी सफलता ।
कोई माने या फिर न माने, यह सच्चाई है कि हर सफल व्यक्ति का जीवन कभी न कभी संघर्षपूर्ण रहता है । हम इस बात से भी इंकार नहीं कर सकते कि जिंदगी का दूसरा नाम संघर्ष (Struggle) है ।
इसलिए आज के युवा वर्ग को यह बात समझनी होगी कि संघर्ष (Struggle), सही दिशा में की गई कड़ी मेहनत, विपरीत परिस्थितियों एवं असफलताओं की लंबी रात के बाद ही सफलता का सूर्योदय होता है ।

आपदा प्रबंधन युवा वाहिनी गायत्री परिवार वाराणसी द्वारा किये सेवा संवेदना का विवरण- दिनांक 08-5-2021
आपदा प्रबंधन युवा वाहिनी गायत्री परिवार वाराणसी द्वारा किये सेवा संवेदना का विवरण
आपदा प्रबंधन युवा वाहिनी गायत्री परिवार वाराणसी के कोऑर्डिनेटर पंडित गंगाधर उपाध्याय के अनुसार आपदा प्रबंधन युवा वाहिनी गायत्री परिवार द्वारा किये गये सेवा संवेदना कार्य का संक्षिप्त विवरण
दिनांक 08-5-2021
निःशुल्क टिफिन सेवा -250
ऑक्सीजन सिलेंडर -01
मेडिसिन। -20 मरीजों
लकड़ी। - 00
ऑन लाइन यज्ञ। - 250
विशेष 50परिवारों को भोजन पैकेट वितरित किये गए।
देव संस्कृति विश्वविद्यालय हरिद्वार के मनोविज्ञान विशेषज्ञ श्री नवनीत सिंह जी द्वारा दिनांक 08-05-2021 को पूर्व की भाँति सायं 05 बजे से 06 बजे तक ऑनलाईन जूम एप पर कोरोना संक्रमण से पीड़ित व्यक्तियों की समस्याओं का निदान हेतु प्रयास किया
*आज दिनांक 08-05-2021 को सेवा संवेदना के तहत आपदा प्रबंधन गायत्री परिवार वाराणसी को कोरोना संक्रमित जन के सहयोग हेतु दानदाताओं का नाम
1-सरोज पांडेय महिला मण्डल सारनाथ वाराणसी-2100
2-श्रीमती शांति देवी महिला मंडल नगवां, लंका वाराणसी -1001
3-श्रीमती उर्मिला गुप्ता महिला मंडल नगवा, लंका वाराणसी -1001
4-श्रीमती बिन्दुमती राय महिला मंडल नगवां लंका, वाराणसी-1001
5-श्रीमती अवधेश शशिकला गुप्ता, गणपत नगर वाराणसी-1000
6-श्रीमती रूबी देवी मदन गुप्ता, गणपत नगर वाराणसी-1000
7-श्रीमती ममता मिश्रा पत्नी श्री सुजीत मिश्रा गणपत नगर,वाराणसी -1000
8-सुरेंद्र गुप्ता, गणपत नगर वाराणसी- 1000
9-श्री लव कुमार श्रीराम सिंह, गणपत नगर वाराणसी-1000
10-शैलेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, पांडेय विहार, नवलपुर बसही, वाराणसी-2000
11-कुमारी श्रुति सिंह, जौनपुर -500
गायत्री परिवार रचनात्मक ट्रस्ट वाराणसी की ओर से सेवा संवेदना के तहत दिए गये सहयोग हेतु दानदाताओं को धन्यवाद एवं आभार

👉 हारिय न हिम्मत
🌹 आत्मविश्वास जागृत करो
🔵 जब निराशा और असफलता को अपने चारों ओर मंडराते देखो तो समझो कि तुम्हारा चित्त स्थिर नहीं, तुम अपने ऊपर विश्वास नहीं करते।
🔴 वर्तमान दशा से छुटकारा नहीं हो सकता जब तक कि अपने पुराने सड़े गले विचारों को बदल नडालेा। जब तक यह विश्वास न हो जाए कि तुम अपने अनुकूल चाहे जैसी अवस्था निर्माण कर सकते हो तब तक तुम्हारे पैर उन्नति की ओर बढ़ नहीं सकते। अगर आगे भी न संभलोगे तो हो सकता है कि दिव्य तेज किसी दिन बिलकुल ही क्षीण हो जाए। यदि तुम अपनी वर्तमान अप्रिय अवस्था से छुटकारा पाना चाहते हो तो अपनी मानसिक निर्बलता को दूर भगाओ। अपने अंदर आत्मविश्वास जागृत करो।
🌹 ~पं श्रीराम शर्मा आचार्य

📍 #गीता_की_महत्ता 📍*
* #गीता_की_महत्ता * *गीता एक विशाल रत्नाकर है।। इस रत्नाकर में गीता लगाकर बहुतों ने बहुमूल्य रत्न निकाले हैं।। गीता त्रिवेणी संगम है।। ...

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* #गीता_की_महत्ता * *गीता एक विशाल रत्नाकर है।। इस रत्नाकर में गीता लगाकर बहुतों ने बहुमूल्य रत्न निकाले हैं।। गीता त्रिवेणी संगम है।। ...